वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, अद्वैत बोध शिविर
२९ नवम्बर, २०१६
शिवपुरी, ऋषिकेश
प्रसंग:
क्या कष्ट के मूल में कष्ट से मुक्ति है?
दूसरे के कष्ट भी अपना मालूम क्यों पड़ता है?
दूसरे के कष्ट के लिए मै क्या कर सकता हूँ?
अपने लोगो से प्रेम करते है जबकि दूसरे से क्यों नहीं?
कष्ट से मुक्ति कैसे मिलेगी?
संगीत: मिलिंद दाते